अमृतकाल का बजट 2023-24 : सांसद जोशी
नई दिल्ली 1 फरवरी 2023 :- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने देश के सर्वस्पर्शी, सबका बजट-अमृत काल का बजट प्रस्तुत किया। अपने बजट भाषण में केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अमृत काल से स्वर्णिम काल भारत की तरफ किये जा रहे प्रयासों को लेकर योजनाओं और मूलभूत आवश्यकताओं के क्षेत्र में इस बार बजट में हर वर्ग एवं क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया है। बजट में इस वर्ष भारत की विकास दर 6ण्5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। इस बजट से विकास में नये आयाम स्थापित होंगे।
उक्त बात चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी ने वर्ष 2022-23 के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की केन्द्र सरकार के अमृत काल बजट की 7 प्राथमिकताएं हैं, जो सप्त ऋषि की तरह अमृत काल के दौरान हमारा मार्गदर्शन करेगी, यह सात प्राथमिकताएं हैंः- समावेशी विकास, अंतिम व्यक्ति तक पहुंच, इंफ्रास्ट्रक्चर और इन्वेस्टमेंट, अपनी क्षमता को विकसित करना, ग्रीन ग्रोथ को बढ़ाना, यूथ पावर, फाइनेंशियल सेक्टर को प्रोत्साहन।
इस अमृत काल बजट से आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्णिम भारत का सृजन होगा। इस बजट में सूक्ष्म आर्थिक स्तर-समग्र कल्याण पर जोर देते हुए व्यापक आर्थिक विकास में सहायता करना, डिजिटल अर्थव्यवस्था एवं फिनटेक, प्रौद्योगिकी समर्थित विकास, ऊर्जा परिवर्तन तथा जलवायु कार्य-योजना को बढ़ावा देना तथा सार्वजनिक पूंजी निवेश की सहायता से निजी निवेश आरंभ करने के प्रभावी चक्र से लोगों को निजी निवेश से सहायता उपलब्ध कराना बिन्दूओं पर केन्द्रित किया गया है।
इस अमृत काल बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, किसानों, देश के आवागमन के साधनों, युवाओं, देश के आधारभूत अवसरंचना, रोजगार के लिए भी विशेष ध्यान दिया गया है।
इस अमृत काल बजट 2023 में रेलवे का कायापलट करने के लिए 2.4 लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा।
इसके साथ ही ट्रांसपोर्ट इंफ्रा पर ₹75,000 करोड़ खर्च किए जाएंगे। देश में 50 नए एयरपोर्ट और हेलीपैड बनाए जाएंगे और शहरी विकास पर सालाना ₹10,000 करोड़ खर्च किया जाएगा।
देश भर में 157 नये मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे तथा 140 नर्सिगं कॉलेजो की स्थापना कि जायेगी।
देश में वैकल्पिक उर्वरकों को प्रोत्साहन देने के लिए ’पीएम प्रणाम’ योजना की शुरुआत की जाएगी। साथ ही गोबर धन योजना के अंतर्गत 500 नए संयंत्रों की स्थापना की जाएगी।
सांसद जोशी ने कहा कि यह वर्ष हमारे लिए अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष है, इसमें केंद्र सरकार ने मोटा अनाज हमारे लिए ’श्री अन्न’ इसके उत्पादन को बढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी स्वयं मोटा अनाज विषय को गंभीरता से लेते हुए इसे केंद्र सरकारों, विभागों में लागु कर रहे हैं।
केंद्र सरकार किसानों के लिए संवेदशील है, मोदी जी के नेतृत्त्व में किसान सम्मान निधि के तहत 2.2 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि स्टार्ट-अप्स के लिए ’कृषि वर्धक निधि’ की स्थापना की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में 2,200 करोड़ रुपये के साथ ’आत्मनिर्भर स्वच्छ पौध कार्यक्रम’ की शुरुआत की जाएगी।
देश में वंचित समाज को उनका अधिकार देने एवं योजनाओं को सीधे लाभार्थी के खाते में देने के उद्देश्य से 47.8 करोड़ जनधन खाते खोले गए हैं, जो कि एक ऐतिहासिक कार्य है ।
सांसद जोशी ने केन्द्र सरकार के द्वारा तीन साल में एकलव्य स्कूलों में 38,800 अध्यापकों व सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति घोषणा की तारीफ करते हुए कहा कि इससे अनुसूचित जनजाति के बच्चों को मॉडल एजुकेशन प्राप्त होगी, वो भी अब कंधे से कंधे मिला कर विकास में भागीदार होंगे।
इसके साथ ही देश में राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय स्थापना एवं अध्यापकों के प्रशिक्षण के लिए उत्कृष्ट संस्थान खोले जाएंगे।
सांसद जोशी इस बजट में आमजन को टैक्स से राहत प्रदान किये जाने पर बताया की 7 लाख तक के आय पर टैक्स छूट का फायदा करोड़ों मिडिल क्लास लोगों को मिलेगा, इससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी, नौकरीपेशा, पेंशनर लोगों के लिए यह बजट वरदान साबित होगा।
सांसद जोशी ने इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, वित्तराज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी एवं श्री भगवत किशनराव कराड़ का आभार प्रकट करते हुये कहा की सरकार ने देश के प्रत्येक नागरिक को अपने बजट से जोड़ने का प्रयास किया है, सरकार को प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य एवं उसके विकास की चिंता है, और सरकार की इन योजनाओं से प्रत्येक नागरिक कहीं ना कहीं किसी न किसी रूप से लाभान्वित अवश्य हो पाएगा, इस यह बजट भारत को विश्व में नयी राह पर लेकर जायेगा।
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