झाड़ौल । जनजाति वर्ग की डूंगरपुर की प्रथम आदिवासी बेटी ब्राण्ड एम्बेसडर डॉ दिव्यानी कटारा स्वयं के हौसले से संघर्ष करते हुए बिस एवार्ड प्राप्त कर कामयाबी के शिखर पर है। कभी हार नहीं मानी।खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी लक्ष्मी बाई की तरह सफलता के चोपान की तरफ निरन्तर बढ़ती गई।बेटी बचाने की जिद,महिला अत्याचार के खिलाफ आवाज और निराश्रित बालको को आगे बढ़ाने का जज्बा लिए बढ़ती चली,श्रीमान कलेक्टर साब ने आपके कार्य को देखते हुए ब्राण्ड एम्बेसडर बनाया।श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय ने अपने कार्यालय पर बुला इस आदिवासी बेटी का हौसला अफजाई की।लवीना विकास सेवा संस्थान के संस्थान निदेशक भरत कुमार पूर्बिया ने डॉ दिव्यानी को चीफ एडवाइजर बनाया।वास्तव मे देखा जाए तो डॉ दिव्यानी किसी दैवीय अवतार से कम नहीं।निराश्रित बालको के जीवन को सवारने वाली डॉ दिव्यानी का नाम लवीना विकास सेवा संस्थान के ओपन शेल्टर होम के बालको की जुबान पर हर वक्त रहता है।वास्तविक रूप से देखा जाए तो चुनौती का सामना करने वाली डॉ दिव्यानी लेडी सिंघम बन गई है।