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चित्तौडगढ़

माही-मानसी का पानी आने तक मेवाड़ी-वागड़ी हर सोमवार रखेगा निर्जला व्रत

किंग सेना की विशाल जलक्रांति सभा में लिया गया संकल्प
2 अक्टूबर से मेवाड़-वागड़ में गांव-गांव, ढाणी-ढाणी पदयात्रा की घोषणा
चित्तौड़गढ़। माही-मानसी नदी का पानी जब तक मेवाड़ की धरा पर नहीं उतरेगा तब तक मेवाड़-वागड़ के लोग हर सोमवार निर्जला व्रत रखेंगे। पानी नहीं पीयेंगे। अपने दोनों हाथ उठाकर हजारों किसानों और माताओं ने किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ के अध्यक्ष राव कुंवर गगन सिंह के सामने यह जलक्रांति व्रत संकल्प लिया।
यहां सांवरियां सेठ मंदिर परिसर में सोमवार को आयोजित जलक्रांति संकल्प जनसभा में संगठन के अध्यक्ष राव कुंवर गगन सिंह ने कहा कि वल्लभनगर के पूर्व विधायक और जनता सेना अध्यक्ष रणधीर सिंह भीण्डर को छोड़कर कोई नेता नहीं आया जबकि न्यौता और स्वीकृति केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत समेत मेवाड़ वागड़ के सभी सांसद और विधायकों ने दी थी। हमारे ये नेता मेवाड़-वागड़ की जनता की बात नहीं सुनना चाहते हैं कोई बात नहीं। सभा में उपस्थित हजारों किसानों की सहमति से यह तय किया गया कि जयपुर-दिल्ली के कानों तक मेवाड़-वागड़ का संदेश पहुंचाने के लिए आगामी 2 अक्टूबर से पूरे मेवाड़-वागड़ संभाग में गांव-गांव पदयात्राएं की जाएंगी।
संगठन अध्यक्ष ने कहा कि माही बांध को लेकर राजस्थान और गुजरात के बीच एग्रीमेंट को खत्म हुए 22 साल से अधिक का समय हो चुका है। लेकिन ना भाजपा और ना ही कांग्रेस ने हर साल व्यर्थ बहकर जा रहे 10 जयसमंद जितने पानी को गुजरात जाने से रोका। इस अन्याय को और बर्दास्त नहीं किया जाएगा और माही बांध के पानी को मेवाड़-वागड़ की धरा पर उतारकर ही दम लिया जाएगा।
सभा को संबोधित करते हुए संगठन के रणनीतिकार घनेन्द्र सिंह सरोहा ने कहा कि मारवाड़ के भाईयों से मेवाड़ का कोई द्वेष नहीं है। बीते 70 साल में मारवाड़ को मेवाड़ ने जवाई बांध, सई बांध और कालीबोर बांध से कुल 9 उदयसागर पानी हर साल दिया है। बदले में मेवाड़ को सिर्फ एक उदयसागर जितना पानी मानसी वाकल की एक योजना और देवास की प्रथम और द्वितीय योजना से मिला। यह कहां का अन्याय है कि राजस्थान में जहां सबसे ज्यादा बारिश वहां के लोग बूंद-बूंद को तरसें और जहां एक बूंद पानी नहीं उस मारवाड़ को मेवाड़ से 9 उदयासागर जितना पानी, बाड़मेर तक बिछाई गई इंदिरा गांधी केनाल से हिमालय का पानी और नर्मद का पानी जालोर-सिरोही तक और अब फिर मेवाड़ से 15 फतहसागर जितना पानी ले जाने की तैयारी की जा रही है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। होने नहीं दिया जाएगा।
संगठन के जलक्रांति व्रत संकल्प का समर्थन करते हुए जनता सेना के अध्यक्ष रणधीर सिंह भीँडर ने कहा कि किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ ने मेवाड़-वागड़ में पानी लाने का जो बीड़ा उठाया है उसके साथ जनता सेना भी है। जनता सेना भी मानसी वाकल के पानी की मांग उठाती रही है लेकिन किंग सेना ने इसमें माही, जाखम बांध और देवास बांध के पानी को जोड़कर ठीक किया है।
इस अवसर पर धार्मिक गुरू तितरड़ी के तनमय महाराज, पिंड बड़ी सादड़ी के शंकर रावत, विजयपुरा भांडी, निंबाहेड़ा के हजारी महाराज आदि संतों को शॉल, उपरणा और स्मृति चिंह देकर संगठन अध्यक्ष गगन सिंह राव ने सम्मान किया।
सभा की अध्यक्षता साकरियाखेड़ी मोतबीर एवं पूर्व सरपंच हिम्मत सिंह राव ने की। मंच पर भाणुजा, बड़ीसादड़ी सरपंच उदयलाल जणवा, भाजपा घासा मंडल अध्यक्ष रतन सिंह कितावत, भील समाज के उदयलाल भील, नारायणलाल कुमावत आकोदड़ा, घीसूलाल सालवी बड़ीसादड़ी, संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह राव, संगठन महासचिव सुनील निमावत, हर्ष नासा, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह चौहान, भुवनेश्वर सिंह चुंडावत, घनश्याम सिंह गुड़ा, राम सिंह सरवाणिया, रतन सिंह राव गंठेड़ी, कैलाश पाटीदार करणपुर, मेघराज सोनी वल्लभनगर, सूरजमल मेनारिया सालेरा सरपंच, प्रकाश बोरिवाल, लव गुर्जर, प्रकाश सालवी, देवीसिंह, ओनार सिंह, गुलाब सिंह, डूंगर सिंह भुवनेश पूरी, गोपाल सिंह राव, विनायक जोशी, वीर गुर्जर आदि उपस्थित थे। मंच संचालन मुकेश पालीवाल ने किया।

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