उदयपुर। प्रदेश में संचालित मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में कई बुजुर्गों के सपने साकार हो रहे है। हजारो की संख्या में वरिष्ठजन इस यात्रा का लाभ उठाते हुए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को दुआओं के साथ अपार स्नेह व आशीर्वाद दे रहे हैं। तीर्थ स्थानों की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री की भी जय-जयकार हो रही है।
इस यात्रा के तहत द्वारका व सोमनाथ की यात्रा का लाभ लेकर लौटे उदयपुर के प्रतापनगर निवासी लक्ष्मणलाल शर्मा और उनकी पत्नी श्रीेमती पुष्पादेवी शर्मा मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए खुशी व्यक्त कर रहे और उन्हें लगातार आशीष देते हुए यही दुआ कर रहे हैं कि ऐसे मुख्यमंत्री बार-बार बने और बुजुर्गों का सपना साकार करें। लक्ष्मणलाल ने कहा कि यह कहते हुए हमें गर्व होता है कि हमारे राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री एक बेटे का फर्ज निभा रहे हैं और मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने हमारा सपना पूरा किया है, भगवान उनकी हर मनोकामना पूर्ण करें। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता जाहिर की कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना ने भी हर वर्ग को संबल प्रदान किया है और इससे हम दोनों पति-पत्नी का भी सहारा मिला है।
लक्ष्मण लाल ने बताया कि हमारे कोई संतान नहीं है। पत्नी की काफी समय से इच्छा थी कि कही तीर्थ स्थल की यात्रा की जाए लेकिन पारिवारिक परिस्थितियों के चलते और स्वास्थ्य परेशानियों की वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा था। फिर एक दिन देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के बारे में उनकी पत्नी को जानकारी मिली और उन्होंने पूरी प्रक्रिया का पता लगाते हुए एवं आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति कर आवेदन करवाया और लॉटरी प्रक्रिया में पहली बार में ही आवेदन स्वीकार होने पर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। विभाग की ओर से हमारे घर पर सूचना मिली और इस यात्रा का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि उनकी वर्षांे की इच्छा पूरी हुई। इसके लिए मुख्यमंत्री जी का साधुवाद, बहुत बहुत आभार।
पूरे सफर में मिली घर से बेहतर सुविधाएं
राज्य सरकार के देवस्थान विभाग की ओर से संचालित इस योजना में घर से भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। श्रीमती पुष्पा देवी ने बताया कि पूरे सफर में समय-समय पर उन्हें हर तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई गई। यहां से निकलने के दौरान बैग, कंबल, तोलिया, चद्दर, तेल, साबुन, शेम्पू कंघा, यात्रा संबंधी परिचय पत्र, टोपी इत्यादि सामग्री दी गई। सफर के दौरान समय-समय पर चाय, अल्पाहार, उपयुक्त भोजन आदि भी उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि सभी तीर्थ स्थानों पर दर्शन लाभ के साथ आस-पास के पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण करवाया गया। पूरी यात्रा में उपयुक्त व्यवस्था के साथ सफर आनंददायक रहा।