-‘मंदिर निर्माण के साथ जन-जन के मन में श्रीराम के जीवन मूल्यों की भी हो प्रतिष्ठा’
-मेवाड़ के नाथ व प्रताप के आराध्य एकलिंगनाथ के श्रीचरणों से निधि समर्पण अभियान का आरंभ
-भगवान एकलिंगनाथ व महाराणा प्रताप की जयकार के साथ रामकाज की हुंकार
-रामलला के मंदिर के लिए मेवाड़ में अलख जगाने निकले रामभक्त
-कई परिवारों ने किया भगवान राम के चरणों में निधि समर्पण
उदयपुर। जिस प्रकार लंका प्रस्थान से पूर्व भगवान श्रीराम ने समुद्र किनारे भगवान शिव की आराधना व आह्वान किया था, उसी भावना के अनुरूप अयोध्या में बनने जा रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए घर-घर में निधि समर्पण की भावना को जाग्रत करने का अभियान मेवाड़ के अधिपति भगवान एकलिंगनाथ की आराधना से हुआ। कैलाशपुरी में भगवान एकलिंगनाथ और वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जयकारों के साथ ही रामभक्तों ने घर-घर अलख जगाने की हुंकार भरी। इसके साथ ही उदयपुर जिले में जगह-जगह राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान के पहले चरण का शंखनाद हुआ। अभियान के आरंभ के साथ 1990 व 1992 में कारसेवा में गए कारसेवकों का भी अभिनंदन किया गया। शाम को उदयपुर के बीएन काॅलेज के सामने विश्व हिन्दू परिषद परिसर में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के उदयपुर कार्यालय में अभियान के शुभारंभ के साथ ही उपस्थित समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों ने मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण किया। अभियान के पहले ही दिन शुक्रवार को उदयपुर में समाजसेवियों ने 60 लाख 51 हजार रुपये की निधि मंदिर निर्माण के लिए समर्पित की।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र कार्यालय में फतह स्कूल हनुमान मंदिर के महंत सुरेश गिरि महाराज के सान्निध्य में हुए निधि समर्पण अभियान के शुभारंभ पर उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण शुरुआत है। इसके साथ ही अन्य मंदिरों के भी संरक्षण और संवर्द्धन का संकल्प लेना होगा और यह समाज के सामूहिक प्रयासों से ही संभव हो सकेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख श्रीवर्द्धन ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए संघर्ष के इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि श्रीराम जन्मभूमि में भव्य मंदिर बनने के साथ जन-जन के मन में श्रीराम व उनके जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा स्थापित हो। उन्होंने कहा कि श्रीराम 14 वर्षों तक नंगे पैर वन-वन घूमे। समाज के हर वर्ग तक पहुंचे। उन्होंने वंचित, उपेक्षित समझे जाने वाले लोगों को आत्मीयता से गले लगाया, अपनत्व की अनुभूति कराई, सभी से मित्रता की। जटायु को भी पिता का सम्मान दिया। नारी की उच्च गरिमा को पुनर्स्थापित किया। असुरों का विनाश किया। उन्होंने कहा कि कोई भी राजा हो, बादशाह हो, सम्राट हो, उसके पास सारी भूमि होती है, भूमि की कोई कमी नहीं होती, लेकिन मंदिर को तोड़कर उस पर अन्य ढांचा बनाना विकृत मानसिकता का ही परिचायक होता है। उन्होंने आह्वान किया कि रामराज्य में परस्पर प्रेम, सद्भाव, मैत्री, करुणा, दया, ममता, समता, बंधुत्व, आरोग्य, त्रिविध ताप विहीन, सर्वसमृद्धि पूर्ण जीवन सर्वत्र था। हम सभी को पुनः अपने दृढ़ संकल्प एवं सामूहिक पुरुषार्थ से ऐसा ही भारत बनाना है। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक हेमेन्द्र श्रीमाली ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में उदयपुर के विभिन्न समाजसेवियों-जनप्रतिनिधियों ने 32 लाख 44 हजार 333 रुपये का निधि समर्पण किया। इनमें नगर निगम उदयपुर के महापौर गोविन्द सिंह टाक, नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी, समाजसेवी पवन शर्मा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, समाजसेवी राजेश मूंदड़ा, समाजसेवी विकास सुराणा, समाजसेवी शंकर पटेल आदि शामिल हैं।
इससे पूर्व, सुबह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण समिति के कार्यकर्ताओं व रामभक्तों ने शुक्रवार सुबह शुभ मुहूर्त में कैलाशपुरी स्थित प्रसिद्ध शिवालय भगवान एकलिंगनाथ के दर्शन व आराधना करने के बाद समाजसेवी दूल्हे सिंह राणा ने एक लाख 21 हजार व समाजसेवी सुरेश भण्डारी (शर्मा) ने एक लाख 25 हजार का चेक निधि समर्पण समिति के कार्यकर्ताओं को प्रथमपूज्य भगवान गणेश की साक्षी में अयोध्या पहुंचाने के लिए सौंपा। कैलाशपुरी में ज्ञानेश्वर महादेव बड़ी पाल के धर्मानंद सरस्वती महाराज के सान्निध्य में हुए इस शुभारंभ कार्यक्रम में श्रीमती प्रतिभा जीतेन्द्र नागदा ने 2 लाख 11 हजार 111, महिपाल सिंह ने 1 लाख, मोहन शर्मा ने 21 हजार, हुकुम नागदा ने 21 हजार का चेक भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के निमित्त अर्पित किया।
इस मौके पर धर्मानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि यूं तो मंदिर निर्माण का कार्य कुछ लोगों के सहयोग से भी पूर्ण हो सकता है, लेकिन हमारे देश के हर वासी का राम से अटूट सम्बंध है, उस हर देशवासी की भावना राम मंदिर मंे समाहित हो, इसी उद्देश्य से यह अभियान है और इस पुनीत कार्य से जुड़कर आज की हमारी मौजूद पीढ़ी स्वयं को गौरवान्वित महसूस करेगी।
इस तरह, उदयपुर में जगह-जगह अभियान के शुभारंभ कार्यक्रमों में समाजसेवी नेमीचन्द शर्मा धोली मगरी ने 1 लाख 21 हजार, हनुमानसिंह राठौड़ के परिवार ने 1 लाख रुपये, पुरुषोत्तम कन्धारी ने 11 हजार, देवकिशन मेनारिया ने 21 हजार, रमेश टेलर ने 11 हजार, भोपाल नाहर ने 11 हजार, डाॅ. सुरेश जोशी ने 21 हजार की राशि के चेक राम मंदिर निर्माण के लिए प्रदान किए।
यूनिवरसिटी रोड निवासी समाजसेवी जगदीश साहू परिवार ने 1 लाख 25 हजार रुपये, गणेश घाटी क्षेत्र से समाजसेवी जमनालाल प्रकाशचंद्र सोनी गुड़ली वाला ने एक लाख 11 हजार रुपये, जड़ियों की ओल निवासी समाजसेवी लोकेश सोनी ने 11 हजार 111 रुपये, भण्डारियों की घाटी निवासी समाजसेवी यशवंत नाथूलाल सोनी ने 11 हजार 111 रुपये, गौड़ चौक निवासी समाजसेवी दर्शन शर्मा ने 21 हजार रुपये, प्रकाश सोनी 11 हजार 111, प्रशांत सोनी 21 हजार, रमेश सोनी 21 हजार 121, संजय सोनी 11 हजार 111 रुपये की राशि के चेक मंदिर निर्माण के लिए समर्पित किए।
गौरतलब है कि इससे पूर्व, शहर के प्रमुख उद्यमी व व्यवसायी 12 करोड़ के निधि समर्पण का संकल्प व्यक्त कर चुके हैं।
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