फतहनगर। शिव पंचायत मंदिर प्रतिष्ठा के अवसर पर सकल मनोकामनार्थ मंदिर परिसर, तिरुपति नगर सनवाड़ रोड़ पर नानीबाई का मायरा कथा सोमवार से नित्य शाम 07.30 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक चल रही है। आयोजन में परम् पूज्य पं. श्री माणकचंद जी मेनारिया द्वारा मायरा कथा की भव्य संगीतमय प्रस्तुति दी जा रही है।
तीसरे दिवस की कथा नरसीजी द्वारा दी गई हुंडी को द्वारका में सांवर सेठ द्वारा सिकारे जाना, नरसीजी के पिता का श्राद्ध प्रभु द्वारा करने के वर्णन से प्रारम्भ हुई। नानीबाई के ससुराल वालों की विवाह पत्रिका नरसीजी प्रभु के लिए पीपल के पेड़ के यहाँ रखकर पुत्री के यहाँ जाते हैं। टूटी बैलगाड़ी को भगवान किसना खाती बनकर तैयार करते हैं। बेटी के यहाँ नरसीजी का तिरस्कार देख कण कण में बसने वाले प्रभु को याद करते हैं, द्रोपदी के चीर हरण पर लाज बचाने वाले, अजामिल को सद्गति देने वाले सांवरा सेठ के चमत्कार का भावपूर्ण वाचन किया गया।
कथा के मध्य आमन्त्रण पर पधारे कथा प्रवक्ता मानस मर्मज्ञ श्री कृष्ण किंकर जी महाराज का माला, शाल एवं पगड़ी पहनाकर जयकारों के साथ स्वागत किया गया। आज की कथा के विश्राम एवं आरती के बाद खीर का प्रसाद वितरण किया गया।
फतहनगर - सनवाड