फतहनगर। ईंटाली बालाजी गौ धाम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन बुधवार को कथा प्रवक्ता संत अनुजदास महाराज ने कहा कि गौ माता औषधीय गुणों की खान है। कई प्रकार की बीमारियों का उपचार गौ माता के मूत्र से होता है। इतना ही नहीं गौ माता मनुष्य जीवन के दोषों का निवारण करती हैं। उन्होने कहा कि अपने धन से जो परमार्थ नहीं कमा सकते हैं वह धन धूल के समान है। आज मेवाड़ महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज मुंगाना,रामसागर दास महाराज हमीरगढ़, महंत मुरली सागर दास महाराज भोपाल सागर आदि की गौ शाला एवं कथा स्थल पर पदरावणी हुई। अनुजदास महाराज ने गौ शाला परिसर में नीम का पौधा लगाकर परिसर को हरा भरा बनाने का गौ भक्तों को जिम्मा सौंपा। भागवत कथा के प्रथम दिन से ही गौशाला में पंच कुंडीय यज्ञ हवन 11 पंडितों के द्वारा किया गया जिसमें आचार्य नारायणलाल पुष्करणा,गतराम मेनारिया,सहायक पंडित बद्री प्रसाद आमेटा,बलवंत मेनारिया,पवन आमेटा, मधुसूदन पारीक, प्रहलाद चैबीसा, जगदीश चंद्र पुष्करणा व कानू पंडित के द्वारा करवाया गया। हवन की पुर्णाहूती की गयी जिसके मुख्य यजमान भेरुलाल जोशी थे। इसके पूर्व मंगलवार की रात्रि 8 बजे गौ भक्त भजन गायक ओम मुडेल द्वारा गौ माता के लिए भजनों की प्रस्तुतियां दी गई।
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