फतहनगर। नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान मंगलवार की सुबह चारभुजानाथ कह पदरावणी का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। चारभुजानाथ सेवकों के साथ नगर पधारे जहां द्वारिकाधीश मंदिर से कथा स्थल तक विशाल शोभायात्रा के साथ पदरावणी की गयी। दोपहर एक बजे कथा कार्यक्रम के दौरान कथा प्रवक्ता दिग्विजय राम महाराज ने चैथे दिन भक्त प्रह्लाद चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, कश्यप अवतार, शिव महात्म्य, मोहिनी, वामन, मत्स्य अवतार के करुणामय प्रसंगों के साथ रामावतार, कृष्णावतार की भावपूर्ण झाँकीमय प्रस्तुति दी। आगे मीराँ की हरि भक्ति एवं महाराणा प्रताप की देशभक्ति का वाचन करके वर्तमान में धर्मरक्षा हेतु देश में श्रीराम की आवश्यकता बताते हुए कहा कि निष्काम भाव से अविचल हरिनाम को सर्वस्व मानते हुए सेवा, पूजा, साधना एवं आराधना करनी चाहिए। दुःख के बाद ही सुख मिलते हैं। ईश्वर सर्वत्र व्याप्त है। नास्तिक,संस्कार विहीन परिवार तबाह हो जाते हैं। गृहस्थी में मुक्ति के लिए नित्य गीता और रामायण का पाठ करना चाहिए। सोमवार की रात्रि को विशाल भजन संध्या का आयोजन देर रात तक चला तथा भजन संध्या खूब जमी। बुधवार को शाम 07.30 बजे से जय सियाराम सुंदरकांड परिवार अयोध्या के सानिध्य में विराट सुंदरकांड पाठ होगा। मंगलवार की कथा के समापन पर बागला परिवार समेत अन्य श्रद्धालुओं ने महा आरती का लाभ लिया एवं सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।
फतहनगर - सनवाड