- फतहनगर ।
सनवाड़ श्रावक संघ में धर्म सभा को संबोधित करते हुए गुरुदेव कोमल मुनि जी म. सा ने फ़रमाया कि समय और श्वास की कीमत अनमोल होती है , दोनों का हमारे जीवन मे बहुत महत्व है, इन दोनों की कीमत वही बता सकता है जो मरण अवस्था मे है, हमारे अंदर ही हमारे समस्याओ का समाधान है और हम बाहर ढूंढते हैं, जीवन में महान बनने के लिए लिखना पढ़ना बोलना सुनना ये चार बहुत ही महत्वपूर्ण है , आप अपने पूर्वजों से प्रेरणा लो उन्होंने अपने जीवन को किस प्रकार जिया, भूत में जाकर ही भविष्य की कल्पना की जा सकती है, इस मनुष्य के चोले की बहुत ही विशेषता है जो सौभाग्य से हमें मिला है, हमें जो भी प्राप्त हुआ है वह हमारे देव गुरु धर्म की कृपा से ही प्राप्त हुआ है यदि हम 2 मिनट का भी संकल्प करें कि हम मर्यादा, संयम, साधना के साथ बिना किसी ईर्ष्या, बिना किसी राग द्वेष के जीवन जियेंगे तो हमारे चेहरे पर रौनक आ जाती है, परम शांति का अनुभव होता है, हम निर्मल भावो के साथ जीने के लिए इस धरती पर आए हैं
गुरुदेव सौभाग्य मुनि जी म. सा. ने लिखा है कि
क्यों सांसों को व्यर्थ न गवाएं
यह जीवन धन खास है.
वसुंधरा के वैभव से भी महंगा
हे मानव ये श्वास है
धीरज मुनि जी म. सा. एवं रमेश मुनि जी म. सा ने भी अपने विचार रखे
और आज गुरुदेव के सानिध्य में एकाशन व्रत का भी आयोजन हुआ उसमे सैकड़ों श्रावक श्राविका ने भाग लेकर धर्म आराधना की ,साथ ही धर्म चर्चा के साथ प्रवचन पर आधारित प्रश्न उत्तर भी हुए
मुमुक्षु विनय भंडारी ने प्रश्न उत्तर का संचालन किया ।