चित्तौड़गढ़ 11 मई, विश्व प्रसिद्ध चित्तौडगढ दुर्ग पर अब शीघ्र फसाड लाईटिंग के माध्यम से स्मारक और दुर्ग रात्रि में जगमगायेगे। चित्तौडगढ सांसद सी पी जोशी के प्रयास से भारतीय पुरातत्व विभाग ने दुर्ग पर फसाड लाईटिंग का काम करने की अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्रदान कर दी है।
सांसद प्रवक्ता रघु शर्मा ने बताया कि चित्तौडगढ दुर्ग पर फसाड लाईटिंग के लिए स्थानीय प्रशासन ने एनओसी के लिए आवेदन किया। सांसद जोशी ने अधिकारियो से बात करके एनओसी प्रकिया शीघ्र पूर्ण कर जारी करने के लिए कहा । अब एनओसी जारी होने से शीघ्र यह कार्य हो पायेगा। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने पूर्व में भी यहा लाईटिंग के लिए बजट और एनओसी दे दी थी । कतिपय कारणो से काम पूर्ण नही हुआ और राशि और एनओसी समय सीमा से बाहर हो गई और खत्म हो गई। अब स्थानीय प्रशासन के एनओसी आवेदन पर सांसद जोशी के प्रयास से यह मिल गई और अब काम तेज गति से हो पायेगा। इस से पहले भी सांसद जोशी के प्रयास से दुर्ग पर विगत 9 सालो में करोड़ो रूपये के विकास कार्य पूर्ण और प्रगति पर है। यात्री सुविधाओ के विस्तार के लिए भी काम हुआ है। फतह प्रकाश संग्रहालय जीर्णोद्धार, दुर्ग के पूर्वी भाग में प्रवेश द्वार सूरजपोल के मार्ग पर पाथवे निर्माण, लाईट एण्ड साउण्ड शो नवीन रूप में करोड़ो की लागत से तैयार ,रतन सिंह महल में जीर्णोद्धार ,जौहर स्थल पर इतिहास लेखन की पट्टिका, पद्मिनी महल के वहा संशोधित इतिहास पट्टिका,दुर्ग बस्ती के लिए पेयजल के लिए टंकी निर्माण,घी-तेल बावड़ी जीर्णोद्धार, नगीना बाजार नवीनीकरण, मेनाल-नगरी में नवीनीकरण जीर्णोद्धार कार्य, पूरे दुर्ग पर रिंग रोड, दुर्ग पर 7 किमी लम्बी रेलिंग कार्य, नटराज की मूर्ति पुनः भारत लाना सहित कई काम सरकार ने किए है।
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