जयपुर। राज्य सरकार ने संवेदनशील निर्णय लेते हुए स्मारकों के पथ प्रदर्शकों (गाइड्स) द्वारा पर्यटकों से लिए जाने वाले शुल्क की दरों में वृद्धि का कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री श्री बी डी कल्ला ने आज बुधवार को शासन सचिवालय में आयोजित बैठक में अनुमोदन किया।
श्री कल्ला ने कहा कि वर्तमान समय में जीवन निर्वाह की वस्तुओं की मूल्य वृद्धि और महंगाई को मद्देनजर रखते हुए दरों को बढ़ाए जाने का निर्णय किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व स्मारकों के पथ प्रदर्शकों की शुल्क दरें वर्ष 2010 में निर्धारित की गईं थीं जिन्हें बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाइड एसोसिएशन की मांगों को पूरा करते हुए एक से 4 पर्यटकों की संख्या पर पथ प्रदर्शक का शुल्क 200 रूपए से बढ़ाकर 400 रूपए किया गया है। इसी प्रकार 5 से 15 पर्यटकों पर शुल्क राशि 300 रूपए से बढ़ाकर 600 रूपए की गई है तथा 16 से 35 पर्यटकों की संख्या पर शुल्क 1000 रुपए निर्धारित किया गया है जो पूर्व में 400 रूपए था।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता सेनानियों के संस्मरणों के संकलन का किया विमोचनः
इस अवसर पर श्री कल्ला ने राजस्थान राज्य अभिलेखागार, बीकानेर द्वारा तैयार राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानियों के साक्षात्कार संस्मरण पर आधारित वीडियो संकलन का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि आजादी की अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम में देशभक्ति, त्याग और साहस के जज्बे की मशाल जलाए रखने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के ये संस्मरण प्रदेशवासियों को प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को यह कृतज्ञ राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक डॉ महेंद्र खड़गावत ने बताया कि वीडियो संकलन में प्रदेश के 40 स्वतंत्रता सेनानियों के साक्षात्कार सम्मिलित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर स्वतंत्रता सेनानियों के साक्षात्कार को संकलित करने का यह अभिनव प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि महिला एवं पुरुष स्वतंत्रता सेनानियों के साक्षात्कार आने वाले समय में भी संरक्षित रहेंगे और सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।