उदयपुर, 4 अक्टूबर। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय का पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) की ओर से आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण (ग्रामीण) कार्यक्रम 2022 में उदयपुर जिले ने राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि देश में 60वें स्थान पर है। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई दी और इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाते हुए राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रेरित किया है। जिला प्रमुख सुश्री ममता कुंवर ने भी इस उपलब्धि के लिए सभी के प्रयासों को सराहनीय बताया है।
जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष ने बताया कि उदयपुर जिले में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन में लगभग 199 गांवों में घर-घर कचरा इकट्ठा करने का कार्य प्रारम्भ कर जहां दैनिक, साप्ताहिक कचरा घर-घर में संग्रहण किया जा रहा है। गंदे पानी हेतु हैण्डपम्प के पास 1669 सोखते गड्ढे का निर्माण किया गया तथा 660 सामूहिक खाद गड्ढे का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। जिले के 425 गांवों को कीचड़/जलभराव से मुक्त कर दिया गया है।
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2021 का उद्देश्य
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2021 का उद्देश्य बड़े पैमाने पर नागरिक भागीदारी को प्रेरित करना, प्रमुख स्वच्छता मानकों के अनुसार राज्यों और जिलों को रैंक देना, जिलों और राज्यों के प्रदर्शन की तुलना करना, सर्वेक्षण के माध्यम से जमीनी स्तर पर स्वच्छता की प्रगति का पता लगाना, नागरिकों को जोड़ना और उनसे प्रतिक्रिया मांगना और जिलों में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था के क्रियान्वयन का मूल्यांकन करना है। इसके अतिरिक्त एसएसजी 2021 सेवा सुपुर्दगी में सुधार और स्वच्छ भारत बनाने की दिशा में काम करने के लिए जिलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को भी बढ़ावा देना चाहता है। यह 2018 में 7000 गांव के मूल्यांकन से शुरू हुआ जो 2019 में बढ़कर 17200 गांव हो गया और 2021 में करीब 17559 गांवों को शामिल किया गया। सर्वेक्षण सितंबर के महीने में राष्ट्रीय शुभारंभ के साथ शुरू हुआ और इसके बाद सितंबर माह में राज्य स्तरीय कार्यशालाएं आयोजित की गई। ऑनफील्ड डाटा संग्रह 25 अक्टूबर से दिसंबर तक किया गया और अंत में राज्यों को रैंक दिया गया।
यह है रैंकिंग पद्धति
इस कार्यक्रम के मूल्यांकन के लिए रैंकिंग पद्धति एसएसजी 2021 के तीन घटक है। इसमें सेवा स्तर की प्रगति स्वच्छता में सुधार के लिए जिलों द्वारा एसबीएमजी के तहत की गई गतिविधियों का आकलन करने का एक घटक है जिसके 350 अंक है। इसका मूल्यांकन एसएसजी 2021 पोर्टल पर जिला अधिकारियों द्वारा अपलोड किए गए संकेतक के अनुसार दस्तावेजों के माध्यम से किया गया। जिलों द्वारा जमा किये गये दस्तावेजों का मूल्यांकन डेस्कटॉप मूल्यांकनकर्ताओं की एक टीम द्वारा किया गया जिसके आधार पर अंकों का आवंटन किया गया। दूसरा मूल्यांकन विभिन्न संकेतकों पर जिलों द्वारा रिपोर्ट की गई आईएमआईएस प्रगति पर भी आधारित था। प्रत्यक्ष अवलोकन ग्राम स्तर पर फील्ड में स्वतंत्र अवलोकन और डेटा का संग्रह है जिसके 300 अंक है। मूल्यांकनकर्ता चुने हुए गांवों का दौरा कर उपलब्धता के आधार पर 10 घरों, 5 सार्वजनिक स्थानों और अन्य ग्राम स्तरीय अपशिष्ट प्रबंधन संपत्तियों का सर्वेक्षण किया। नागरिक प्रतिक्रिया स्वच्छता मानकों पर लोगों की भावनाओं को कैप्चर करने की एक प्रक्रिया है जिसके 350 अंक हैै।
राजस्थान को मिले 6 अवार्ड
इस अवसर पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छता दिवस कार्यक्रम में राजस्थान राज्य को विभिन्न कैटेगरी में 6 अवार्ड मिले है। इस कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्य के प्रतिनिधि व उदयपुर जिला परिषद के सीईओ मयंक मनीष को वॉल पेंटिंग अवार्ड से सम्मानित किया।