चित्तौड़गढ़। बालिका शिक्षा प्रोत्साहन के तहत कक्षा 12 में विभिन्न विषय संवर्गों की 8 श्रेणी में जिले में प्रथम आने वाली 41 प्रतिभावान बालिकाओं को इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार के तहत स्कूटी वितरित की गई।
जिला मुख्यालय के इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी ऑडिटोरियम में बुधवार को आयोजित जिला स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि धरोहर संरक्षण प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने कहा कि अपनी योग्यता को इस मंच तक लाने वाली बालिकाएँ बधाई की पात्र हैं। सम्मानित बालिकाएँ इंदिरा जी के संघर्ष और मजबूत व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें।
श्री जाड़ावत ने बालिकाओं से आह्वान किया कि जीवन में पीछे मुड़कर नहीं देखे और आगे का मार्ग अपनाए,सफलता आपके कदम चूमने को तैयार खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और एक दूरगामी सोच के साथ उन्नत बालिका शिक्षा के सपने को साकार करने के लिये जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है। श्री जाड़ावत ने उपस्थित अभिभावकों से आह्वान किया कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओं के संदेश के साथ अपने अपने क्षेत्र में बालिकाओं को आगे बढ़ने के पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगरपरिषद सभापति श्री संदीप शर्मा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर इन बालिकाओं ने जिले का नाम रोशन किया है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर कुमार भट्ट ने अतिथियों का स्वागत करते हुए समारोह की संक्षिप्त जानकारी दी। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर परिषद पार्षद मंजू मुंदड़ा, उमा सुराणा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक (मुख्यालय) प्रियदर्शनी शर्मा, प्रधानाचार्य प्रकाश शर्मा, शंभूलाल भट्ट,रेणु सोमानी, विनोद राठी, विनोद तलेसरा, व.शा.शि. रेखा चौधरी सहित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से राकेश मौड, विकास गौड, अभिनव, अब्दुल सलाम, विनोद भांड, दीपराज जांगिड़, मुकेश डाबी अभिभावक और विद्यार्थी मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन शहीद मेजर नटवर सिंह राउमावि विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रकाश शर्मा ने किया वही आभार प्रदर्शन जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रियदर्शनी शर्मा ने किया।
इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार
बालिका शिक्षा फाउंडेशन के तत्वावधान में प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में कला, विज्ञान और वाणिज्य वर्ग में जिले में प्रथम आने वाली 8 वर्गों सामान्य, एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी, अल्पसंख्यक, बीपीएल और दिव्यांग श्रेणी की एक एक बालिका को एक लाख रुपये नकद के साथ स्कूटी दी जाती है। इन्ही 8 वर्गों में कक्षा 10 में जिले में प्रथम आने वाली बालिकाओं को 75 हजार और कक्षा 8 के लिए 40 हजार रुपये नकद दिये जाते है।
सरकारी स्कूलों ने मनवाया प्रतिभा का लोहा
जिला स्तरीय समारोह में शैक्षणिक सत्र 2018-19 एवं 2019-20 की 41 प्रतिभावान बालिकाओं को स्कूटी वितरित की गई। समारोह में वितरित की गई कुल 41 स्कूटी में से 26 स्कूटी राजकीय स्कूलों की बालिकाओं ने प्राप्त कर एक बार सरकारी शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता का लोहा मनवाया है। निजी स्कूलों को बालिकाओं को 15 स्कूटी प्राप्त हुई है।