उदयपुर। महाराणा कुम्भा संगीत परिषद उदयपुर की ओर से 6 दिवसीय 60वांमहाराणा कुम्भा संगीत समारोह 14 मार्च से 19 मार्च 2023 तक, भारतीय लोक कला मंडल में आयोजित होगा। संस्था के सचिव मनोज मुर्डिया ने बताया के इस समारोह में देश के लब्ध प्रतिष्ठित शास्त्रीय संगीत के करीब 50 से अधिक कलाकार गायन, वादन और नृत्य की प्रस्तुति देंगे। प्रत्येक दिन ठीक शाम सात बजे से कार्यक्रम शुरू होगा और दर्शकों का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रेम भंडारी के अनुसार इस समारोह में पद्मश्री कलाकारों के साथ साथ संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कार प्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगें।
यह रहेगा कार्यक्रम
संगीत समारोह के कार्यक्रम के अनुसार 14 मार्च को पुणे के मोहिनी बेंड द्वारा 5 महिला कलाकारों द्वारा गायन और वादन की प्रस्तुती होगी, जिसमे रुचिका केदार, गायन, सहाना बेनर्जी, सितार, तबला, सावनी तलवलकर, हारमोनियम अदिति गराडे और पखावज पे अनुजा बुराडे अपनी सामूहिक प्रस्तुती देंगी। इसके पश्चात पुणे की विदुषी मंजुषा पाटिल का शास्त्रीय गायन होगा। 15 मार्च को पद्मश्री उस्ताद मोईनुद्दीन खान का उनके पुत्र मोमिन खान के साथ सारंगी वादन और उसके पश्चात भोपाल के पद्मश्री पंडित उमाकांत गुंदेचा और अनंत गुंदेचा का ध्रुपद गायन होगा।
इसी कड़ी में 16 मार्च को डॉ. आरती सिंह का रांची का प्रसिद्ध नृत्य ग्रुप कत्थक नृत्य की प्रस्तुति देगा और उसके बाद देश की प्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना कविता द्विवेदी ओडिसी नृत्य पेश करेंगी। 17 मार्च को दिल्ली के सुप्रसिद्ध वायलिन वादक डॉ संतोष नाहर वायलिन वादन पेश करेंगे और उसके बाद मोहम्मद अमान खान ख्याल गायकी प्रस्तुत करेंगे। 18 मार्च को कार्यक्रम की शुरुआत में मुम्बई की मशहूर बांसुरी वादिका देबोप्रिया और सुष्मिता युगल बांसुरी वादन पेश करेगी जो फ्ल्युट सिस्टर्स के नाम से देश विदेश में विख्यात हैं. बांसुरी वादन के बाद में पुणे के प्रसिद्ध ख्याल गायक पद्मश्री पंडित उल्हास कशालकर अपना गायन प्रस्तुत करेंगें। 6 दिवसीय समारोह के अंतिम दिन ओडिसी नृत्य कि प्रस्तुती कृष्णेंदु साहा देंगें और कार्यक्रम के अंत में दिल्ली का मशहूर दि प्रोजेक्ट त्रिवेणी ग्रुप, ताल कचहरी, कत्थक, भरतनाट्यम एवं ओडिसी नृत्य की सामूहिक प्रस्तुति देगा।