फतहनगर। लोक डाउन और कोरोना के भय से एक दम्पति को कोई साधन का जुगाड़ नहीं मिला तो वह अपने एक नन्हें बच्चे के साथ स्कूटी पर ही निकल पड़ा। यह दम्पति स्कूटी के जरिए फतहनगर के समीप गांव दूधालिया में तीन दिन के अनवरत सफर के बाद पहुंचा तथा राहत की सांस ली। बीच रास्ते में स्कूटी का टायर पंचर भी हुआ लेकिन गनीमत रही कि हाइवे पर पंचर निकालने वाला मिल गया तथा यह दम्पति सुरक्षित अपने गांव पहुंच गया। इस दम्पति की चिकित्सा विभाग की एएनएम ने स्क्रीनिंग की तथा स्वस्थ्य पाए जाए जाने के बाद बालक सहित दम्पति को होम क्वारंटाइन कर दिया गया। यह तो एक बानगी है। ऐसे कई लोग हैं जो मंजूरी नहीं मिलने के बावजूद जुगाड़ बिठाकर येन केन अपने गांवों को लौट रहे हैं। मुंबई,अहमदाबाद समेत अन्य स्थानों से रोजाना क्षेत्र में आने वाले लोगों का तांता लगा है। ऐसे लोगों की कोरोना योद्धाओं द्वारा ट्रेवल हिस्ट्री भी लिखी जा रही है तथा निगरानी दलों द्वारा उनकी बाराबर निगरानी की जा रही है। इस क्षेत्र में हालांकि अब तक कोई कोरोना पीड़ित नहीं मिला है लेकिन जिस तरह से लोगों का आना जारी है,सावधानी बरती जानी चाहिए तथा बाहर से आने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट करके ही क्वारंटाइन किया जाए तो बेहतर रहेगा। प्रषासन पूरी तरह से मुस्तैद है तथा किसी प्रकार की कोई कौताही अब तक सामने नहीं आई है।