फतहनगर। कोरोना ने प्रत्येक व्यवसाय की कमर ही तोड़ कर रख दी है। सब्जी व्यवसाय भी इससे अछूता नहीं है। कोरोना से पहले यहां से हरी सब्जियों का निर्यात एवं आयात होता था लेकिन जब से कोरोना लाॅक डाउन हुआ है तब से बाहरी सब्जियों का आना एवं यहां से निर्यात भी पूर्णतया बंद हो गया। फतहनगर के आस पास के गांवों में कई लोग सब्जियों का बहुतायत से उत्पादन करते हैं। लाॅक डाउन से सब्जियां इसी क्षेत्र में बिक रही है। हालांकि यहां खपत भी होती है लेकिन कोरोना संक्रमण के भय के कारण कई लोगों ने हरी सब्जियों से किनारा कर लिया है। ऐसे में गली मोहल्लों में औने-पौने दामों पर सब्जियां बेचने के बावजूद कोई खरीददार नहीं मिल रहा है। टमाटर के भाव इन दिनों 40-50 रूपए किलो हुआ करते थे वे अभी महज 10 रूपए किलो से बेचे जा रहे हैं। इस पर भी खरीददार नहीं मिल रहा। कमोबेश सभी हरी सब्जियों के भाव जमीन पर हैं लेकिन फिर भी उठाव देखने को नहीं मिल रहा है। अधिकतर लोगों ने सूखी सब्जियों का उपयोग शुरू कर दिया है। ऐसे में फल-फूल रहा हरी सब्जी का व्यवसाय पूरी तरह से चैपट होने के कगार पर हैं।
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