उदयपुर, 3 जून । भाजपा के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया के पोस्टर वि विवाद और सोशल मीडिया के जरिये वायरल किये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुये कठोर भर्त्सना की है।
पूर्व जिलाध्यक्ष भट्ट ने वक्तव्य में कहा है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधराराजे सिंधिया भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करते हुए झालावाड़ ही नही अपितु सम्पूर्ण राजस्थान पर अपनी बारीकी से नज़र बनाये रखे हुए है। श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राजस्थान के प्रत्येक जिले के आम नागरिकों से सीधे संवाद कायम रखते हुए एवं जरुरतमंदो को भाजपा कार्यकर्ताओं के जरिये सुखे राशन के पैकेट, भोजन के पैकेट, आवश्यक चिकित्सा सुविधा व अन्य आवश्यक जरूरत की सामग्री उपलब्ध करवा रही है। श्रीमती सिंधिया स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा आयोजित विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सहभाग करते हुए अपने राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभवों के जरिये राज्य सरकार को इस वैश्विक महामारी से निपटने हेतु अपने सुझाव दिए। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में कुछ राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं के जरिये इस प्रकार की घटिया व ओछी राजनीति का प्रदर्शन करवा रहे है जो अत्यंत दुर्भाग्यजनक है ऒर इस प्रकार के कृत्य की जितनी भर्त्सना की जाए वो कम है।
भट्ट ने बताया राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं व उनके मंत्रीगण 60-65 दिनों से अपनी विधानसभा से दूर जयपुर में सम्पूर्ण राजस्थान की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मॉनिटरिंग कर रहे है ओर आवश्यक प्रशासनिक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे है। वे स्वयं कौनसे रेड/ऑरेंज/ग्रीन ज़ोन में या अपनी विधानसभा में जाकर जरुरतमंदो की मदद कर रहे है। इसके विपरीत प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री को लेकर किया जाने वाला पोस्टर विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होनें कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जहां राजस्थान ही नही अपितु संपूर्ण देश लड़ाई लड़ रहा है वहां प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के पोस्टर विवाद की ओछी व घटिया राजनीति करने की घोर भर्त्सना की एवं समस्त राजनीतिक दलों व प्रदेशवासियों से कोरोनो जैसी वैश्विक महामारी से कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने की अपील की साथ ही राज्य सरकार से मांग कर इस मानवीय आपदा में इस प्रकार का कृत्य करने वालो को ढूंढ कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग रखी।