फतहनगर। स्थानीय महावीर अम्बेश गुरू पी.जी. काॅलेज में सोमवार को ‘आनन्दम’ कार्यशाला का वेबीनार के जरिए आयोजन किया गया जिसका विषयक “सामाजिक जागरूकता एवं समेकित विकास“ रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ. ललित कुमावत ने की। मुख्य वक्ता डाॅ. मनोज राजगुरू विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान विद्याभवन रूरल इंस्टिट्यूट, उदयपुर एवं डाॅ. सुरेन्द्र कुमार सहायक आचार्य, राजनीति विज्ञान, राजकीय कन्या महाविद्यालय झुंझुनू थे।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डाॅ. मनोज राजगुरू ने कहा कि यह उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों में सामाजिक सहभागिता एवं जागरूकता के विकास हेतु प्रारम्भ किया गया है। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को समाज की समस्या से अवगत करवाना है। उन्हें इन समस्याओं के समाधान हेतु प्रेरित करना है। उनमें संवेदनशीलता एवं रचनात्मक प्रकृति का विकास करना ही इसका लक्ष्य है।
यह कार्यक्रम दो स्तर पर संचालित होंगे- व्यक्तिगत गतिविधि और सामूहिक गतिविधि। डाॅ. राजगुरू ने कहा कि आनन्दम् विषय को लेकर संस्था की भी जिम्मेदारी रहेगी विद्यार्थियों को इस आनन्दम विषय के 100 अंक भी प्राप्त होंगे। डाॅ. राजगुरू ने सामाजिक जागरूकता एवं समेकित विकास पर कहा कि प्रारम्भ में समाज में व्याप्त सामुदायिक सोच और सहकार की भावना थी जो पाश्चात्य शिक्षा के प्रभाव से प्रभावित हुई और सामाजिक भावना का ह्ास हुआ। मुख्य वक्ता डाॅ. सुरेन्द्र कुमार ने अपने विचार रखते हुए कहा कि समसामयिक में क्या चल रहा है इसकी जानकारी ही सामाजिक जागरूकता है। वहीं समेकित विकास ऐसा विकास है जो अत्यन्त व्यापक है और सर्वमान्य को लाभ पहुॅचाता है,अवसर, दक्षता और सुरक्षा की बात करता है। उनके अनुसार आनन्दम् कार्यक्रम में तीन बातें गिविंग,शेयरिंग एवं केरिंग शामिल है। उन्होंने कहा कि समाज से भय की भावना को दूर करने के लिए एक सुरक्षा भावना का विकास करना अनिवार्य है। आनन्दम् जैसे कार्यक्रम की यही श्रेष्ठ उपयोगिता हैं। कार्यक्रम के अन्त में प्राचार्य डाॅ. ललित कुमावत ने मुख्य वक्ता डाॅ. मनोज राजगुरू और डाॅ. सुरेन्द्र कुमार को धन्यवाद ज्ञापित किया।