उदयपुर। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सवीना ग्राम नेला मे डा.नरेन्द्र टाक जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित रेसा जिला इकाई उदयपुर द्वारा आयोजित द्विमासिक बैठक में विभिन्न मुद्दो पर विचार विर्मश हुआ । जीवन लाल मेघवाल प्रधानाचार्य अलसीगढ द्वारा वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर के चलते विद्यालयों में कोरोना गाइड लाइन का किस प्रकार पालन किया जाए इस पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किये। जयेश ओझा प्रधानाचार्य चीरवा द्वारा अगामी बोर्ड परीक्षा में परीक्षा परिणाम उन्नयन एवं नामांकन वृद्धि हेतु विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए सुझाव प्रस्तुत किए ।उन्होने बताया कि इससे जिला रेंकिंग भी प्रभावित होती है।वर्तमान में जिला रेंकिंग में तीसवे पायदान पर है ।यदि हम सभी मिलकर अच्छा काम करेंगें तो जिले की रेंकिंग अवश्य बढेगी ।
मोहनलाल मेघवाल प्रधानाचार्य काया द्वारा रेसा की नवीन कार्यकारिणी का अभिवादन करते हुए निर्वतमान सदस्यों से नवीन पदाधिकारियों को कांर्यभार हस्तांतरण करवाया गया । देवेन्द्र मेधवाल अति.मुख्य ब्लाक शिक्षाधिकारी कुराबड ने जयपुर में रेसा द्वारा किए जा रहे आमरण अनशन की नवीनतम जानकारी सदस्यों को देते हुए आवश्यकता पडने पर स्वयं अनशन पर बैठने की घोषणा की । प्रदेश प्रतिनिधि यशवंत शर्मा द्वारा बताया गया कि माननीय उच्च न्यायलय द्वारा व्याख्याता व प्रधानाचार्य से डीपीसी द्वारा पदौन्नत होकर प्रधानाचार्य बनने का पूर्व 67:33 अनुपात के आदेश को नजरअंदाज करते हुए सरकार 80ः20 अनुपात लागू करने जा रही है जो न्यायसंगत नही है।
राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा) इस 80ः20 अनुपात का पुरजोर विरोध करता है। जिला शाखा उदयपुर के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र टाक ने बताया कि यह अनुपात लागू होने से माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत अनेक वर्तमान प्रधानाध्यापक आगामी होने वाली डीपीसी में प्रधानाचार्य पद पर पदौन्नति से वंचित रह जाएंगे । व्याख्याता से प्रधानाचार्य पद पर पदौन्नति से लीनीयर चैनल भी प्रभावित होता है। जिससे भी राज्य सरकार पर आर्थिक भार पडता है।
जिला महामंत्री मुकेश पण्ड्या ने बताया कि उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के समकक्ष उप प्रधानाचार्य पद का सृजन कर ंइस विरोधाभास को दूर किया जा सकता है।
पुर्व जिला महामंत्री पंकज वया ने बताया कि व्याख्याता की पदौन्नति पहले उप प्रधानाचार्य के पद पर व आगामी पदोन्नति प्रधानाचार्य के पद पर होने से लीनीयर चैनल के नियम का पालन भी होता है क्योंकि व्याख्याता का वेतनमान 9300- 34800 लेवल स्-12 व ग्रेड पे 4800 तथा प्रधानाध्यापक ( माध्यमिक) का वेतनमान 15600-39100 लेवल एल -14 ग्रेड पे 5400 होता है।
मिडिया प्रभारी दीपक तलेसरा ने बताया कि व्याख्याता को एल-12 से सीधे प्रधानाचार्य एल-16 पर पदौन्नत करना न्यायसंगत नही है। अतः प्रधानाध्यापक के न्यायोचित हितो को ध्यान में रखते हुए 80ः20 अनुपात को लागू करने से पहले सरकार पुनः विचार करें व प्रधानाचार्य पद हेतु डीपीसी 67ः33 अनुपात को ही यथावत रखा जाए।
बैठक मे समापन उद्बोधन जिलाध्यक्ष डाॅ.नरेन्द्र टाक द्वारा दिया गया। कार्यकारिणी सदस्य विद्या गौड प्रधानाचार्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन की रस्म अदा की गई।
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