चित्तौड़गढ़ . सांसद सी.पी.जोशी ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा खाद की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय कीमतों मे हो रही वृद्धि को देखते हुए किसानों पर इसका प्रभाव न पड़े इसके लिए वर्तमान में दी जा रही सब्सिडी को बढ़ाने का निर्णय का स्वागत कर इसको किसानों के लिए इस कोरोना महामारी में एक राहतभरी ऐतिहासिक सौगात बताया है।
सांसद जोशी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की बढ़ती कीमतों के कारण खाद की कीमतों में वृद्धि हो रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद किसानों को पुरानी दरों पर ही खाद देने का निर्णय किया जिसके तहत डीएपी खाद के लिए सब्सिडी 500 रुपये प्रति बैग से, 140 प्रतिशत बढ़ाकर 1200 रुपये प्रति बैग, करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया।
इस प्रकार डीएपी की अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमतों में वृद्धि के बावजूद, इसे 1200 रुपये के पुराने मूल्य पर ही बेचे जाने का निर्णय लिया गया है, साथ ही मूल्य वृद्धि का सारा अतिभार केंद्र सरकार ने उठाने का फैसला किया है। प्रति बोरी सब्सिडी की राशि कभी भी एक बार में इतनी नहीं बढ़ाई गई है।
पिछले साल डीएपी की वास्तविक कीमत 1700 रुपये प्रति बोरी थी। जिसमें केंद्र सरकार 500 रुपये प्रति बैग की सब्सिडी दे रही थी। इसलिए कंपनियां किसानों को 1200 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से खाद बेच रही थीं। वर्तमान समय मे हाल ही में डीएपी में इस्तेमाल होने वाले संगठक फॉस्फोरिक एसिड, अमोनिया आदि की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 60 प्रतिशत से 70 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। इसी कारणवश, एक डीएपी बैग की वास्तविक कीमत अब 2400 रुपये है, जिसे खाद कंपनियों द्वारा 500 रुपये की सब्सिडी घटा कर 1900 रुपये में बेचा जाता है। प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए इस फैसले से किसानों को अब 1200 रुपये में ही डीएपी का बैग मिलता रहेगा।
केंद्र सरकार हर साल रासायनिक खादों पर सब्सिडी पर करीब 80,000 करोड़ रुपये खर्च करती है। डीएपी में सब्सिडी बढ़ाने के साथ ही खरीफ सीजन में भारत सरकार 14,775 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करेगी।
गौरतलब है कि अक्षय तृतीया के दिन पीएम-किसान के तहत किसानों के खाते में 20,667 करोड़ रुपये की राशि सीधे ट्रांसफर करने के बाद, किसानों के हित में यह दूसरा बड़ा फैसला है।
सांसद जोशी ने किसानों के हितों के लिए गए इन निर्णयों के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।