फतहनगर ।
सनवाड़ श्रावक संघ में धर्म सभा को संबोधित करते हुए गुरुदेव कोमल मुनि जी म. सा ने कहा कि ज़माने की आड़ लेकर के लोग पाप प्रवृत्ति करते हैं और कहते हैं जमाना खराब है, जमाना खराब न हो करके मनुष्य की नीति खराब होती है, मानव का निर्माण जमाने से नहीं मानव के भावों से होता है, राम के जमाने में रावण भी मौजूद था, कृष्ण के जमाने में कंस भी मौजूद था, अर्जुन के जमाने में दुर्योधन भी मौजूद था, अब इन उदाहरणों से प्रेरणा लेनी है कि हमें क्या बनना है, गुरुदेव सौभाग्य मुनि जी म. सा. ने लिखा है कि
युग से मानव बना ना करते,मानव युग निर्माण करें.
व्यक्ति में हो परिवर्तन तो युग परिवर्तित हो सकता है
मानव यदि जग जाए तो
यह पापकालिमा धो सकता है
धीरज मुनि जी म. सा. एवं रमेश मुनि जी म. सा ने भी अपने विचार रखे
और आज गुरुदेव के सानिध्य में दया व्रत का भी आयोजन हुआ उसमे सैकड़ों श्रावक श्राविका ने भाग लेकर धर्म आराधना की ,साथ ही धर्म चर्चा के साथ धार्मिक प्रतियोगिताएं भी संपन्न हुई.
मुमुक्षु विनय भंडारी ने प्रतियोगिताओं का संचालन किया.