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उदयपुर कलक्टर ने दूरस्थ ग्राम्यांचल कोटड़ा में किया जनसंवाद,कहा-कोटड़ा क्षेत्र मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता, हर हाल में देंगे राहत

 उदयपुर 30 जनवरी। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा रविवार को अवकाश के बावजूद जिले के दूरस्थ कोटड़ा अंचल के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने एक ओर जहां ग्रामीणों से खुला संवाद कर समस्याएं सुनी वहीं दूसरी तरफ ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि कोटड़ा क्षेत्र को कोई भी हल्के में न लें, कोटड़ा क्षेत्र मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता में है और राज्य सरकार के निर्देशानुसार यहां लोगों को समस्त सरकारी योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ दिलाने के लिए पुरजोर प्रयास करें।

खुले जनसंवाद में मुखरित हुए लोग:

कलक्टर मीणा को कोटड़ा में जनसुनवाई करते देख बड़ी संख्या में लोग भी जुटे और मुखरित होकर अपनी-अपनी समस्याएं बताने लगे। ग्रामीणों ने स्कूलों और अन्य सरकारी भवनों की मरम्मत करवाने, क्षतिग्रस्त सड़कों को ठीक करवाने और नवीन सड़कों को बनवाने, कई गांवों में आधार मशीन चालू नहीं होने की शिकायत पर कलक्टर ने तत्काल प्रभाव से नई मशीन लगाने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग में स्टाफ की कमी और स्टाफ के उपस्थित नहीं होने के संबंध में ग्रामीणों ने शिकायत की और कहा कि कई विद्यालयों में शिक्षक गैर मौजूद रहते हैं जिससे यहां विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों का लाभ नहीं मिल पाता है। कलक्टर ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को इन हालातों को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए। कलक्टर ने ग्रामीणों से मुखातिब होते हुए कहा कि सरकारी विभागों से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या के लिए वे सीधे उन्हें फोन करें ताकि उसका त्वरित निस्तारण किया जा सके।

पालनहार योजना के लाभार्थियों के लिए लगेगा शिविरः

जनसंवाद दौरान कोटड़ा क्षेत्र के 44 अनाथ बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाने की जानकारी दी गई तो कलक्टर ने विकास अधिकारी धनपतसिंह को तत्काल प्रभाव से इन्हें अनाथ पालनहार योजना में जोड़कर लाभ दिलाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने क्षेत्र के अन्य बच्चों के लिए कोटड़ा में पालनहार योजना के लिए विशेष शिविर लगाने को भी कहा।

बाल श्रम की समस्या को दूर करना होगा:

जनसंवाद दौरान राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अभाव व अज्ञानता के कारण कोटड़ा क्षेत्र में बाल श्रम की समस्या है। उन्होंने इसे दूर करने के लिए प्रयास करने और यहां शैक्षिक गुणवत्ता के लिए कार्य करने की आवश्यकता जताई।

अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश, काम नहीं करने पर होगी सख्ती:

जनसंवाद के बाद कलक्टर मीणा ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की विशेष समीक्षा बैठक ली और विभागवार अधिकारियों से क्षेत्र में आ रही समस्याओं के बारे में पूछा। उन्होंने अधिकारियों को अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं का लाभ हर पात्र को दिलाने के लिए पाबंद किया। कलक्टर ने जनसंवाद दौरान पाई स्कूलों की हालातों, सरकारी भवनों की दुर्दशा के साथ विभागीय योजनाओं का लाभ न मिलने की स्थितियों को बताते हुए विभागीय अधिकारियों को अपने-अपने विभाग की समीक्षा को कहा। उन्होंने आगामी बैठक से पूर्व विभागीय योजनाओं की स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए। कलक्टर ने स्पष्ट किया कि काम नहीं करने वाले अधिकारी-कर्मचारी के साथ सख्ती बरती जाएगी। इस दौरान गोगुंदा एसडीओ नीलम लखारा, विकास अधिकारी धनपतसिंह और अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।   

हर माह कोटड़ा में होगी जिलाधिकारियों की बैठक

कलक्टर मीणा ने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक में स्पष्ट कर दिया कि कोटड़ा क्षेत्र से जुड़े किसी भी विभाग के प्रकरण को हल करने और समस्याओं के निराकरण के विषय में कोटड़ा को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोटड़ा क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए अब हर माह कोटड़ा मुख्यालय पर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित होगी। बैठक का सिलसिला 12 फरवरी को पहली बैठक के माध्यम से होगा।

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