उदयपुर 17 फरवरी। आपातकालीन सेवाओं के लिए जिले में संचालित 108 एंबुलेंस चालक द्वारा रोड एक्सीडेंट में घायल मरीज के परिजनों को गुमराह कर कमीशन के फेर में निजी अस्पताल ले जाने की आदिवासी संघ समिति की शिकायत पर कलक्टर ताराचंद मीणा ने त्वरित एक्शन लेते हुए सीएमएचओ को कार्यवाही के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी ने तुरंत कार्यवाही करते हुए 108 एंबुलेंस संचालन कंपनी जीवीके इएमआरआई को इस संबंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के साथ-साथ संबंधित एंबुलेंस चालक को निष्कासित करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डॉ.दिनेश खराड़ी ने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवाएं आमजन को आपात स्थिति में नजदीकी राजकीय अस्पताल में निःशुल्क ले जाने हेतु संचालित की जा रही है। ऐसे में किसी एंबुलेंस कार्मिक द्वारा निजी स्वार्थ के फेर में मरीज अथवा परिजनों को गुमराह कर राजकीय अस्पताल की बजाय निजी अस्पताल पहुंचाने जैसी घटनाएं असहनीय हैं इस तरह की हरकतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस संचालन कंपनी जीवीके ईएमआरआई के डिविजनल मैनेजर प्रसून पंड्या से इस बारे में जवाब तलब किया गया है। डिविजनल मैनेजर प्रसून पंड्या के अनुसार संबंधित एंबुलेंस चालक को निष्कासित करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है एवं अन्य सभी कार्मिको को भी इस संबंध में पाबंद कर दिया गया है ताकि भविष्य में किसी एम्बुलेंस कार्मिक द्वारा इस तरह की घटना नही दोहराई जाए।