उदयपुर, 17 फरवरी। आयुर्वेद विभाग के राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार के वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ शोभालाल औदीच्य ने बताया कि ऋतु परिवर्तन के इस बसंत ऋतु काल में सभी व्यक्तियों को कफ बढ़ाने वाले आहार का सेवन नहीं करना चाहिए।
इस ऋतु में यह खाएं :
डॉ. औदिच्य ने बताया कि इन दिनों पुराने गेहूं, चावल, जौ, मूंग, मसूर, अरहर, चने की दाल व हरड़ के साथ शहद का सेवन करें। उन्होंने यह भी बताया कि इस ऋतु में आयुर्वेद पंचकर्म के माध्यम से वमन कर्म एवं नस्य कर्म से लाभ। साथ ही उन्होंने सुबह उठकर व्यायाम करने और 4 से 6 किलोमीटर अपने सामर्थ्य के अनुसार भ्रमण करने की सलाह दी है।
*इस ऋतु में यह नहीं खाएं :
डॉ. औदिच्य ने इस ऋतु में चिकनाई वाले खाद्य पदार्थ, खट्टे (इमली ,अमचूर) मैदे से बने खाद्य पदार्थ, नया धान्य, नया गुड़, उड़द की दाल, रबड़ी, मावे की मिठाई, फास्ट फूड, जंक फूड, डिब्बाबंद जूस, जेम टमाटर, सॉस, आलू, प्याज, भैंस का दूध, दही, अमरूद, जूस, ठंडा पानी, मूंगफली, गजक, रेवड़ी, गोंद, मिठाई, आइसक्रीम लस्सी एवं फ्रीज में रखे खाद्य पदार्थ आदि कफ बढ़ाने वाले भोजन खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करने की सलाह दी है।