उदयपुर। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल उदयपुर और जिला पर्यावरण समिति व फास्टर भारतीय पर्यावरण सोसाइटी के साझे में आयोजित सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध पर जनचेतना कार्यक्रम के तहत बुधवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर संकल्प व शपथ के माध्यम लोगों को जागरूक किया गया।
इसके तहत जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने नगर विकास प्रन्यास में अधिकारियों-कार्मिकों को संकल्प दिलाते हुए उदयपुर शहर को पॉलीथिन मुक्त करने का आह्वान किया। कलक्टर ने बताया कि भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अधिसूचना अनुसार आगामी 1 जुलाई से चिन्हित सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम्स के उत्पादन, इम्पोर्ट, स्टोकिंग, वितरण, बिक्री, एवं उपयोग पर रोक रहेगी। उन्होंने सभी इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने एवं यूआईटी सहित जिले के सभी सरकारी कार्यालयों को प्लास्टिक मुक्त कार्यालय घोषित करने और प्लास्टिक की प्रतिबंधित सामग्री के प्रयोग को प्रतिबंधित करते हुए घोषणा पत्र प्रस्तुत करने को कहा है। इस अवसर पर यूआईटी सचिव बालमुकुंद असावा, विशेषाधिकारी कृष्णपाल सिंह चौहान, डीटीपी रितु शर्मा, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी राजेन्द्रसिंह राव आदि उपस्थित थे।
यहां भी किया प्रेरित
कार्यक्रम समन्वयक व फास्टर के निदेशक ललित नारायण आमेटा ने जनचेतना रथ के माध्यम से गुरु नानक पब्लिक सीनियर सेकेंडरी विद्यालय हिरण मगरी में आयोजित नि‘शुल्क ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 205 प्रतिभागियों को जागरूक किया गया। वहीं उपनिदेशक कृषि विस्तार कार्यालय में डॉ.आरसी धाकड़ ने स्टाफ सदस्यों व प्रशिक्षणार्थियों को संकल्प दिलाया। वेस्टर्न ड्रग्स लिमिटेड में भी मैनेजर डॉ. बी.एल डागलिया ने डेढ़ सौ श्रमिकों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया।