उदयपुर। बालको को परिवार की तरह पालने वाले लवीना विकास सेवा संस्थान के संस्थान निदेशक भरत कुमार पूर्बिया के पास कोटड़ा उपखण्ड से गढ़ी कोटड़ा मार्ग से गुजरात मजदूरी पर जाते तीन बालक तेरह वर्षीय राजु,ग्यारह वर्षीय गुलाब व तेरह वर्षीय जगदीश को मांडवा भूरिटेबर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता उदाराम ने पूछताछ कर जिला प्रशासन को सूचना दी। बालको की आर्थिक हालात की सूचना उदाराम द्वारा स्थानीय विधायक बाबूलाल खराड़ी को भी दी गई। फिर उदाराम गांव के तीन मौतबीर के साथ दोपहर में पैदल जुड़ा तोरणा मार्ग से बालको ले ओंगना पहुंचा। उदाराम ने कलेक्टर को सम्बोधित करते हुए बताया कि कोटड़ा में पढ़ाई होती नहीं। गरीबी ज्यादा है इसलिए बच्चे गुजरात जाते है। उसके पश्चात जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा द्वारा लवीना विकास सेवा संस्थान, ओंगना के संस्थान निदेशक भरत कुमार पूर्बिया को फोन पर निर्देश दिए कि वे बालको को तुरंत प्रवेश देवे। संस्थान निदेशक पूर्बिया ने कोटड़ा के मोतबिरो को मिठाई खिलाते हुए कहा जिसका कोई नहीं उसके जिला के हाकम साब है। मैं इनको अच्छे से पढ़ाऊंगा आप बेफिक्र रहे। तब कोटडा वासी खुश हो गए। संस्थान निदेशक पूर्बिया द्वारा व्हाट्सएप वीडियो कॉन्फ्रेंस से बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ध्रुव कुमार कविया व सदस्य सुरेश चंद शर्मा को बात करा बालको के शेल्टर के आदेश लिए। व्यवस्थापिका प्रमीला पूर्बिया द्वारा बालको की काउंसलिंग रिपोर्ट तैयार कर स्टाफ मिठूलाल से सी एस सी ओंगना से मेडिकल कराया गया।