उदयपुर। युवा में छिपी प्रतिभा को पहचानकर उसका कौशल विकास करके बेरोजगारी का हल किया जा सकता है।
उक्त विचार मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने आज राष्ट्र भारती एकेडमी सभागार में स्वावलम्बी भारत अभियान, चित्तोड़ प्रांत द्वारा विश्व कौशल दिवस पर उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होनें कहा कि लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति ने केवल बेरोजगार तैयार किए। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान केन्द्र सरकार ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से मातृभाषा व शिक्षा तथा शिक्षा को उद्यम व कौशल विकास से जोडने का प्रयास किया है।
प्रारंभ में अभियान के अशोक मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता रमण सूद ने कहा की सरकारी नौकरी की मृगमरीचिका से बेरोजगारी बढ रही है। युवा को कौशल विकास कर नौकरी लेने वाला नहीं देने वाला बनना चाहिये। सम्मेलन में युवा उद्यमी दीपक सुथार व शिवम् पटेल ने अपने अनुभव व विकास यात्रा के पडावों को साझा किया और स्वावलंबन व कौशल विकास की महत्ता को प्रतिपादित किया। सम्मेलन में गुजराती समाज के अध्यक्ष राजेश बी मेहता, पूर्व पार्षद विजय प्रकाश विप्लवी, संस्था सचिव भंवरलाल शर्मा, युवा उद्यमी सत्येन्द्र चतुर, प्रधानाचार्य मीना शर्मा भी उपस्थित थे। संयोजन सुंदर कोठारी ने व धन्यवाद ज्ञापन कैलाश चौबीसा ने किया।