फतहनगर। गाल्दर निवासी दस वर्षीय राकेश व आठ वर्षीय केशु के पिता छगनलाल की ढ़ाई साल पहले मृत्यु हो गई। मां सिंगा बाई बाहर गांव मजदूरी कर बमुश्किल पेट की आग बुझाती है। दादा कानाराम भी उम्र के पड़ाव की तरफ होने से बालको को पालने में असमर्थ होने से वे गुजरात मजदूरी पर भेजने की तैयारी में थे। तभी मौतबीर अर्जुन गमेती ने दादा कानाराम को समझाइश कर बालको को लवीना विकास सेवा संस्थान के ओपन शेल्टर होम, ओंगना लाया। जहां औचक निरीक्षण में आए बैंच ऑफ मजिस्ट्रेट सदस्य सुरेशचंद शर्मा ने बालक केशु व राकेश के शेल्टर के आदेश दिए। संस्थान निदेशक भरत कुमार पूर्बिया द्वारा बालको को तहसीलदार, झाड़ोल फूलाराम के सामने उपस्थित कर बालको की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया। व्यवस्थापिका प्रमीला पूर्बिया द्वारा बालको की काउंसलिंग रिपोर्ट तैयार कर स्टाफ मिठूलाल से मेडिकल करा बालको को नवीन पोषाक पहनाई गई।