फतहनगर। तीन दिवसीय दशहरा महोत्सव के तहत नगरपालिका के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन मध्य रात्रि बाद तक चला। शुरुआती दौर में कवि सम्मेलन जम नहीं पाया लेकिन बाद में लोगों को सुनील पंडित ने अपनी मायड़ भाषा का बखूबी उपयोग करते हुए हास्य और व्यंग्य में ऐसा सरोबार किया कि लोगों ने वन्स मोर के साथ उसे दोबारा मंच पर आने को मजबूर कर दिया। सुनील पंडित ने काफी देर तक लोगों को रोके रखा। अपनी हास्य रचनाओं के जरिए पंडित ने खूब तालियां बटोरी।
कवि सम्मेलन की शुरुआत लखनऊ की कविता तिवारी ने मां शारदे की वंदना के साथ की। इसके बाद कोटा के देवेंद्र वैष्णव ने हास्य के जरिए अपने को स्थापित करने की कोशिश की लेकिन वह अधिक प्रभाव नहीं छोड़ पाए। मावली के मनोज गुर्जर ने अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों को हंसाया। इटावा के राम भदावर तथा दिल्ली के डा. सुनील जोगी ने हास्य एवं वीर रस की कविताओं से कवि सम्मेलन को ऊंचाई प्रदान की। कविता तिवारी ने भी वीर रस में सरोबार किया। अलीगढ़ के विष्णु सक्सेना,सतीश आचार्य तथा अरुण जैमिनी ने भी कवि सम्मेलन को ऊंचाइयां प्रदान की। मंच संचालन कर रहे बुद्धि प्रकाश दाधीच ने संचालन के दौरान ही श्रोताओं को हास्य व्यंग में सरोबार किया। कवि सम्मेलन शुरू होने से पहले फीता काटकर दशहरा महोत्सव का आगाज किया गया। मंच पर पालिकाध्यक्ष श्रीमती मंजू भील,उपाध्यक्ष नीतिन सेठिया,नेता प्रतिपक्ष मनोहरलाल त्रिपाठी एवं पार्षदों ने मुख्य अतिथि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया,मावली विधायक धर्मनारायण जोशी,भाजपा मण्डल अध्यक्ष राधेश्याम बागला, भाजपा जिला उपाध्यक्ष गणपतलाल स्वर्णकार,जिला महामंत्री नरेन्द्रसिंह आसोलिया,घासा भाजपा मण्डल अध्यक्ष रतनसिंह कीतावत समेत अन्य का स्वागत किया। कटारिया एवं जोशी ने पालिकाध्यक्ष,उपाध्यक्ष एवं कविगणों का सम्मान किया। इससे पहले फीता काट कर दशहरा महोत्सव का आगाज किया गया। शुभारंभ के वक्त नगरवासियों को 15 मिनिट तक आतिशी नजारे भी देखने को मिले। मंच एवं पाण्डाल की सज्जा के साथ ही उद्घाटन की विशिष्ट रस्म देख कर लोग वाह-वाह कर उठे।
फतहनगर - सनवाड