जयपुर, 10 अक्टूबर। प्रदेश की लोकप्रिय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के अन्तर्गत दूसरी ट्रेन मंगलवार, 11 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे भगत की कोठी (जोधपुर) से जगन्नाथपुरी के लिए रवाना होगी। यह ट्रेन दोपहर 3.30 बजे जयपुर पहुंचेगी।
देवस्थान मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने कहा कि पहली ट्रेन से गए यात्रीगण शांतिपूर्वक यात्रा पूरी कर सकुशल आ गए हैं। दूसरी ट्रेन में जोधपुर संभाग के 318, बीकानेर व चुरू जिले के 83, हनुमानगढ़ व श्री गंगानगर जिले के 72 एवं डूंगरपुर व बांसवाड़ा जिले के 108 रेल यात्री रेल में सवार होंगे। उन्होंने बताया कि यात्रियों को समय पर भगत की कोठी (जोधपुर) रेलवे स्टेशन पर पहुँचने के लिए निर्देशित किया जा चुका है।
श्रीमती रावत ने बताया कि जयपुर रेल्वे स्टेशन से जयपुर संभाग के 441 वरिष्ठजन रेल में सवार होंगे। जयपुर रेल्वे स्टेशन से चढ़ने वाले यात्रियों को भी समय पर पहुंचने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इस यात्रा में लॉटरी की मुख्य सूची में चयनित यात्रियों को ही आमंत्रित किया गया है। प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को मुख्य सूची के यात्री अनुपस्थित रहने पर ही यात्रा पर भेजा जाएगा।
श्रीमती रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की बजट घोषणाओं में से एक वरिष्ठ तीर्थजन यात्रा योजना-2022 के तहत प्रदेश के 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को देवस्थलों का भ्रमण करवाया जा रहा है, इनमें से 18 हजार यात्रियों को ट्रेन से और 2000 यात्रियों को हवाईजहाज से यात्रा करवाई जा रही है।
देवस्थान मंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों से संचालित वरिष्ठ तीर्थजन यात्रा योजना में अब तक 92 हजार लोगों को राज्य सरकार निशुल्क यात्रा करवा चुकी है। उन्होंने कहा कि समाज के ऐसे लोग जो ट्रेन या हवाईजहाज से तीर्थस्थलों की यात्रा करने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए राज्य सरकार यह अनूठी योजना लाई है। उन्होंने कहा कि देवस्थान विभाग द्वारा सुगम और आरामदायक यात्रा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने यात्रा के दौरान साथ रहने वाले कर्मचारियों को बुजुर्गों की भरपूर सेवा करने के निर्देश दिए।
देवस्थान मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ और यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार किया गया है। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रा में रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन, सम्मेदशिखर-पावापुरी, उज्जैन-ओंकारेश्वर, गंगासागर कोलकाता, कामाख्या गुवाहाटी, हरिद्वार-ऋषिकेश, बिहार शरीफ एवं वेलनकानी चर्च तमिलनाडु आदि स्थानों की यात्रा करवाई जाएगी।
देवस्थान विभाग आयुक्त श्री राजेंद्र भट्ट ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए प्रत्येक कोच दो अनुदेशक लगाए जा रहे हैं। साथ ही सभी कोचेज का एक प्रभारी नियुक्त किया गया है। सभी यात्रियों के पास अनुदेशकों और प्रभारी के नंबर हैं, जो किसी भी तरह की परेशानी में मदद कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग की कोशिश सभी यात्रियों को सुगम और सुखद यात्रा की व्यवस्था की है।
यात्रीगण इनको साथ लाना न भूलें-
ट्रेन में सभी चयनित तीर्थ यात्री अपने साथ ऑनलाइन भरे गये आवेदन-पत्र की हार्ड कॉपी (मय प्रमाणित चिकित्सीय प्रमाण-पत्र), मूल जनआधार / आधार कार्ड कार्ड / दो पासपोर्ट साईज फोटो साथ लेकर आना अनिवार्य होगा, साथ ही दैनिक उपयोग की सामग्री (आवश्यक औषधियाँ, व्यक्तिगत आवश्यकता के अनुसार कपड़े) लाने होंगे।