फतहनगर। मावली ब्लाॅक के उच्च माध्यमिक विद्यालयों की दो दिवसीय सत्रांत वाक्पीठ आज डबोक स्थित अरिहंत शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के सभागार में प्रारंभ हुई। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार सुथार ने की।
उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए गायत्री परिवार के अर्जुन सनाढ्य ने कहा कि बच्चों में भारतीय संस्कृति के गुण विद्यमान हैं। इनको निखारने के लिए बच्चों को वातावरण मुहैया करवाया जाना है। शिक्षक बच्चों के लिए रोल माॅडल बने इसके लिए आवश्यक है कि हम अपना व्यक्तित्व आदर्श बनाएं। ऐसा करना अपने पद के अनुरूप पुरूषार्थ से ही संभव होगा। उन्होने कहा कि विनम्रता का समावेश करते हुए बालकों में सकारात्मक सोच विकसित करें ताकि बच्चे आपको आदर्श मानने लग जाएं।
उद्घाटन कार्यक्रम में शिक्षक नेता एवं एमडीएम समीक्षा संचालन समिति सदस्य श्यामलाल आमेटा,भाजपा देहात जिलाध्यक्ष चन्द्रगुप्तसिंह चैहान, अतिरिक्त मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी मोहम्मद अंसार काजी,ब्लाॅक अध्यक्ष खेमली महेन्द्रसिंह राणावत, महाविद्यालय प्रधानाचार्य डा.हनुमान सहाय,गायत्री परिवार के अर्जुनलाल सनाढ्य,श्रीमती शारदा सनाढ्य,शिक्षक नेता शंकरलाल खटीक,धुलीराम डांगी आदि बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। स्वागत उद्बोधन वाक्पीठ अध्यक्ष संजय बड़ाला ने दिया। उद्घाटन समारोह में सभाध्यक्ष श्रीमती आशा सोनी भी मंचासीन थी। अतिथियों का वाक्पीठ पदाधिकारियों ने दुपट्टा, सरोपा एवं तिलक के साथ स्वागत किया। संचालन मोहनलाल स्वर्णकार ने किया। वाक्पीठ के दौरान उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार नेगी,संगठन सचिव दीपक तलेसरा,सह सचिव उमेश माहेश्वरी,निधि शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
वाक्पीठ के द्धितीय सत्र में जनार्दनराय नागर विश्व विद्यालय के कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर,वाइस चांसलर कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोत,रज्जु भैया विश्व विद्यालय प्रयागराज के वाइस चांसलर प्रो.अखिलेश कुमार बतौर अतिथि शामिल हुए। नवानिया के पीईईओ कैलाशचन्द्र रावल ने जन सहयोग पर वार्ता प्रस्तुत की। इसके बाद संकुल अनुसार शाला दर्पण रैंकिंग, जनाधार आथटिकेशन व डीबीटी,बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन एवं समसा की राशि का समुचित उपयोग पर चर्चा की गयी।
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