10 सूत्रीय समस्याओं के समाधान का मिला आश्वासन_
उदयपुर. संभाग के वरिष्ठ अध्यापकों की एवं अन्य विभिन्न 10 सूत्रीय समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश उपाध्यक्ष उदयपुर मंडल श्री ऋषीन चौबीसा के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल की संयुक्त शिक्षा निदेशक उदयपुर से वार्ता सम्पन्न हुई।
👉संगठन के प्रदेश मण्डल उपाध्यक्ष डा ऋषिन चौबीसा ने संयुक्त निदेशक उदयपुर को अवगत करवाया कि कई शिक्षकों द्वारा विद्यालयों में पद रिक्त होने से विद्यालय तथा छात्र हित में अपने संवर्ग अनुसार की कक्षाओं से बड़ी कक्षाओं में अध्यापन कार्य कराया गया है जिस पर उन्हें प्रोत्साहित करने के स्थान पर न्यून परीक्षा परिणाम के नाम पर दो वेतन वृद्धि रोकने जैसे आदेश जारी कर मानसित रूप से प्रताडित किया जा रहा है। ऐसे आदेशों को अविलम्ब प्रत्याहरित किया जावे। द्वितीय श्रेणी के कई शिक्षकों के स्थाईकरण प्रकरण लम्बित है।इन स्थाईकरण प्रकरणों में कई ऐसे प्रकरण भी है जिन्हें न्यून परीक्षा परिणाम के आधार पर रोका गया है जबकि सम्बन्धित शिक्षकों द्वारा अपना पक्ष विभाग के समक्ष रख दिया है बावजूद इसके यथोचित्त कार्यवाही नहीं किया जाना न्यायोचित्त प्रतीत नहीं होता। अतः बकाया प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण किया जावे।
चयनित वेतनमान के प्रकरणों का निस्तारण विभाग द्वारा निर्धारित तय सीमा में नहीं हो रहा है। समय-समय पर कुछ शिक्षकों के एसीपी आदेश प्रसारित किए जाते रहे है पर इस कार्य की गति अत्यंत धीमी है इससे शिक्षकों को समय पर लाभ नहीं मिल पाता है। अतः विभाग द्वारा इस कार्य हेतु तय सीमा में ही प्रकरणों का निस्तारण हो ऐसी व्यवस्था बनाए ।द्वितीय वेतन श्रृंखला के पातेय वेतन शिक्षकों को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा राहत प्रदान करने के बाद भी पोर्टल पर उनकी आनॅनलाईन उपस्थिति दर्ज नहीं की जा रही है जबकि विभागीय नियमानुसार प्रत्येक कर्मचारी की आनॅलाईन उपस्थिति दर्ज किया जाना आवश्यक है। स्थानान्तरण प्रकरणों में भी कई शिक्षकों को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा राहत प्रदान करते हुए विभाग को विचार करने निर्देशित किया है किन्तु उन्हें भी राहत प्रदान की जावे।
उदयपुर संभाग के 4 ब्लॉकों में कक्षा 6 एवं 7 में सी.सी.ई. प्रक्रिया संचालित हैं जिसके अन्तर्गत योगात्मक आंकलन कर विद्यार्थियों को ग्रेड प्रदान की जाती है। वर्तमान में शाला दर्पण पोर्टल पर परीक्षा परिणाम माड्यूल में नॉन सी.सी.ई. विद्यालयों की भाँति ही सामयिक जाँच के प्राप्तांक भरे गए है। अतः भविष्य में उच्चाधिकारियों के संज्ञान में उक्त विषय लाते हुए परीक्षा परिणाम माड्यूल में संशोधन करवाया जावे।उदयपुर संभाग से सम्बन्धित तृतीय वेतन श्रृंखला से द्वितीय वेतन श्रृंखला में पदोन्नति विगत 3 वर्षों से लम्बित है जबकि अन्य संभागों में यह प्रकिया बहुत पहले ही पूर्ण हो चुकी है। द्वितीय वेतन श्रृंखला से प्रथम वेतन श्रृंखला की डी.पी.सी. तथा शारीरिक शिक्षकों की भी डी.पी. सी प्रक्रिया पूर्ण नहीं होने से प्रभावित शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है। ऐसे में पदोन्नति प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण कराते हुए प्रभावित शिक्षकों को राहत प्रदान की जावे।
👉संगठन के प्रदेश सचिव रमेश पुष्करणा ने बताया कि वरिष्ठता सूची में नामांकन, संशोधन, योग्यता अभिवृद्धि से सम्बन्धित कार्यों हेतु जिलेवार कैम्प लगाकर प्रकरणों का समय पर निस्तारण कराए जाने निवेदन है ताकि शिक्षकों को अनावश्यक संभाग मुख्यालय तक चक्कर नहीं लगाने पड़ें। उप्रावि / मावि से उमावि में नवक्रमोन्नत विद्यालयों में कार्यरत प्रारम्भिक शिक्षा के शिक्षक वर्तमान में पोर्टल पर अप्रदर्शित है तथा इनका वेतन आहरण अलग-अलग पीईईओ क्षेत्र से हो रहा है। अतः अध्यापक भर्ती से पूर्व इन शिक्षकों की काउन्सलिंग कराते हुए प्रारम्भिक- माध्यमिक शिक्षा के रिक्त पदो पर शीघ्र समायोजन करवाने, प्रावि / उप्रावि विद्यालयो के पूर्व पीईईओं के स्थान पर नवीन पीईईओं में पदो का आवंटन हो चुका है। अतः नवसृजित पीईईओं में सम्बन्धित कार्मिकों की आई.डी. स्थानानन्तरित कराते हुए नए पीईईओ क्षेत्र से ही वेतन भुगतान आदेश करवाने,राज्य सरकार की विद्या संबलन योजना में गेस्ट फैकल्टी में संविदा पर नियुक्त सेवानिवृत शिक्षकों को नियुक्ति दिनांक से आज दिनांक तक मानदेय नहीं दिया गया है । सम्बन्धित को वेतन दिलाने की मांग की है।